Monday, October 1, 2012

सत्‍याग्रह और गंदा काम


गांधी जयंती पर सबको आना था और समय पर आना था।
जो बच्‍चे लेट आए उन्‍हें सजा दी गई। स्‍कूल का परिसर साफ करो। कचरा बीनो और उसे कूड़ेदान में डालो।
बच्‍चों ने सत्‍याग्रह कर दिया। और जो भी करवाना हो करवाओ, पर हम यह गंदा काम नहीं करेंगे।
                                      0राजेश उत्‍साही 

9 comments:

  1. बिल्कुल सही जी....हर कोई गांधी थोड़े ही न है जो गंदा काम करेगा। आप भी न कैसी बातें करते हैं। सफाई वाले ऱखे किस लिए जाते हैं। क्या आप भी न राजेश जी...। बस ऐसी ही..।

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  2. गांधीजी के साधनों का प्रयोग उनके ही सिद्धान्तों के विरुद्ध।

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  3. सत्‍याग्रह या सविनय अवज्ञा.

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    1. पक्‍के तौर पर 'सविनय' तो कतई नहीं। हां अवज्ञा तो है ही। और तथाकथित सत्‍याग्रह भी।

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  4. मुझे लगता है की बच्चो ने सही कहा , कही की भी सफाई करना कभी सजा के तौर पर नहीं देना चाहिए नहीं तो बच्चो को कोई भी सामाजिक कार्य करना सजा जैसा लगेगा अच्छा काम नहीं |

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  5. farj aur sajaa alag-alag hi rahe .

    uday tamhane
    bhopal

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  6. समाज में फैली हुई वैचारिक गंदगी को साफ़ करने हेतु कुछ गंदे काम तो करने ही होंगे , वो ख्जते हैं न ...... ? कि दाग लगने से कुछ अच्छा होता है तो दाग अछे हैं.......

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