14नवम्बर,2009 को मैंने एक जन्मदिन ऐसा भी शीर्षक से एक पोस्ट प्रकाशित की थी। यह एक नन्हीं बच्ची शुभि सक्सेना की कविताओं की पुस्तक के बारे में थी। इन कविताओं के चित्र भी शुभि ने ही बनाए थे। पर उस समय मैं ये चित्र नहीं दे पाया था। शुभि के पापा हर्ष सक्सेना ने अब इस पुस्तक के अंदर के कुछ पन्नों के चित्र भेजे हैं। तो अब आप शुभि की कुछ और कविताएं उसके चित्रों के साथ पढ़ें। और केवल पढ़ें ही नहीं कुछ लिखें भी। मेरा मतलब है टिप्पणी लिखें ताकि शुभि के साथ-साथ मेरा उत्साहवर्धन भी हो। शुक्रिया।
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteनववर्ष की हार्दिक शुभकामना .
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबहुत ख़ूब
ReplyDeleteसबको नए साल की हार्दिक सुभ कामनाये
HAPPY NEW YEAR
इन कविताओ को पढ़ कर लगता है कि शुभि बहुत गहरी सोच वाली बच्ची है....सामयिक रचना ये हैं सभी...सुन्दर चित्र है....बाल कविताएं होते हुए भी बाल कविता कहने को मन नही करता .... होन हार बिरवान के.....
ReplyDeleteबहुत ख़ूब ...सुन्दर चित्र है....
ReplyDeleteएक थे राजेश जी भैया जो खूबसूरत बाल -कविता तो प्रस्तुत किए है जिसे पढ़ना एक सुखद अनुभूति जैसे है...बढ़िया लगा आपकी यह प्रस्तुति..बधाई!!!
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा शुभी सक्सेना की कविता पढ़ कर और चित्र देखकर मैंने भी इससे सिख ली सच बहुत अच्छा मै भी अब पढता ही नहीं हु लिखता भी हूँ और सबको लिखना चाहिए .
ReplyDelete