नसीम अख्तर की तीन कविताएं: तुम्हारा मौन,उम्मीद और एक बार फिर
( नसीम इन दिनों भोपाल के एक निजी अस्पताल में अपने जीवन की लड़ाई लड़ रही है। वह साइकिल से गिरकर बुरी तरह घायल हो गई है। इस वक्त वह कोमा में है। उसकी ये तीन कविताएं 2010 में प्रकाशित हुई थीं। तब मैंने इन्हें गुल्लक में प्रकाशित किया था। उसकी सलामती की दुआ के साथ एक बार फिर से इन्हें प्रकाशित कर रहा हूँ।)
नसीम अख़्तर की कविताओं में उम्मीद है । पढ़वाने के लिए धन्यवाद।
ReplyDeleteएक से बढ़कर एक भावपूर्ण कविता...आभार राजेश जी इस विशेष प्रस्तुति के लिए..
ReplyDeleteबहुत खुब
ReplyDeleteपढ़वाने के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteSundar kavitayen.
ReplyDeleteShayad ye bhi Apko pasand aayen- Causes of flood in India , Prevention of radioactive pollution
Nice blog and good information shared here.
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