tag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post4407066191369579478..comments2023-11-18T06:23:22.197-08:00Comments on गुल्लक: अनुभव की गुल्लक में जो है उसे बांट रहा हूंराजेश उत्साहीhttp://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-20156969769787114342011-12-05T01:27:27.790-08:002011-12-05T01:27:27.790-08:00WAH ! RAESH JI, WAH !
UDAY AMHANEY
BHOPALWAH ! RAESH JI, WAH !<br />UDAY AMHANEY<br />BHOPALAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-59948387267949475792010-05-28T22:33:33.258-07:002010-05-28T22:33:33.258-07:00ये आपकी विनम्रता है कि आप स्वयं को गुरु नहीं कहलव...ये आपकी विनम्रता है कि आप स्वयं को गुरु नहीं कहलवाना चाहते लेकिन जिस तरह से आपने निस्वार्थ सहयोग किया है वो केवल एक अच्छा गुरु ही कर सकता है।कलमhttps://www.blogger.com/profile/02499849909921926305noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-5147470268842714852010-05-28T05:00:52.360-07:002010-05-28T05:00:52.360-07:00उहापोह के इस दौर में किसी से भी प्रोत्साहन, मार्गद...उहापोह के इस दौर में किसी से भी प्रोत्साहन, मार्गदर्शन की अपेक्षा करना अमूमन मुश्किल ही होता है, वस्तुतः यदि आप वक्त निकलकर किसी की मदद कर रहे हैं तो निश्चित ही यह एक बड़ा योगदान है.शिवनारायण गौरhttps://www.blogger.com/profile/15819098586968332359noreply@blogger.com