tag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post6254514004732890129..comments2023-11-18T06:23:22.197-08:00Comments on गुल्लक: मुन्ना के मुन्ने दिनराजेश उत्साहीhttp://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-74633784927877569572011-12-09T07:23:57.555-08:002011-12-09T07:23:57.555-08:00MOONNA BHAI
KO AAPNE PADHANE YOGYA BANA DIYA.
UD...MOONNA BHAI <br />KO AAPNE PADHANE YOGYA BANA DIYA. <br />UDAY TAMHANEY <br />BHOPALAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-1876663980503250132011-10-15T04:08:24.165-07:002011-10-15T04:08:24.165-07:00कहानी तो पूरी कर ही दीजिए।कहानी तो पूरी कर ही दीजिए।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-936076169298487552011-10-10T03:36:54.019-07:002011-10-10T03:36:54.019-07:00munne ka chitran bejor!!munne ka chitran bejor!!मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-16383245101293339202011-10-07T03:48:42.054-07:002011-10-07T03:48:42.054-07:00कहिये तो कहानी यहाँ तक पूरी लग रही है. मुन्ने का च...कहिये तो कहानी यहाँ तक पूरी लग रही है. मुन्ने का चित्रण हर छोटे रेलवे स्टेशन के निकट बने रेलवे क्वार्टर का चित्र है.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-60510989951071692032011-09-29T03:00:11.470-07:002011-09-29T03:00:11.470-07:00रेलवे परिवेश में पलते बढ़ते मुन्ना का कहानी अपनों ...रेलवे परिवेश में पलते बढ़ते मुन्ना का कहानी अपनों के बीच किसी अपने जाने पहचाने की सी लगती है..<br />मेरा सोचना है की कहानी यह सोचकर अधूरी नहीं छोड़ देनी चाहिए वह किसी पत्र-पत्रिका या मग्जीन में छपने योग्य समझी जाय या नहीं.. .. कहानी पूरी करने के लिए अग्रिम शुभकामनायें <br />बहुत बढ़िया कहानी प्रस्तुति के साथ ही नवरात्री की आपको सपरिवार हार्दिक शुभकामनायेंकविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-57164018127737926662011-09-24T01:08:29.444-07:002011-09-24T01:08:29.444-07:00लघु उपन्यास का आरंभ बहुत रोचक है। पूरा पढने का इं...लघु उपन्यास का आरंभ बहुत रोचक है। पूरा पढने का इंतजार रहेगा। अग्रिम शुभकामनाएं व बधाई।डॉ.मीनाक्षी स्वामी Meenakshi Swamihttps://www.blogger.com/profile/15313541475874234966noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-41209180805061617732011-09-23T02:35:32.344-07:002011-09-23T02:35:32.344-07:00मुन्ना की कहानी बड़ी जानी-पहचाने सी लगी....सबके अं...मुन्ना की कहानी बड़ी जानी-पहचाने सी लगी....सबके अंदर या आस-पास ऐसा एक मुन्ना जरूर रहा होगा.<br />यहीं ब्लॉग पर आगे की कड़ियाँ लिखते जाइए...हम सब तो पढेंगे ना...और इसी बहाने ये लघु उपन्यास भी पूरा हो जाएगा.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-88443734363977923812011-09-22T01:08:43.739-07:002011-09-22T01:08:43.739-07:00जीवंत हो उठी है मुन्ना की कहानी ! दुआ करती हूँ आपक...जीवंत हो उठी है मुन्ना की कहानी ! दुआ करती हूँ आपका उपन्यास जल्दी छपे ! अग्रिम बधाई !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-16668497551071558392011-09-21T09:19:12.384-07:002011-09-21T09:19:12.384-07:00मुन्ना की अद्भुत बाल लीलाएं! स्टेशन मास्टर और प्ले...मुन्ना की अद्भुत बाल लीलाएं! स्टेशन मास्टर और प्लेन मास्टर की तुलना गुदगुदा गयी. आगाज़ धमाकेदार है, जल्दी इसे अंजाम तक भी पहुंचाइये.SKThttps://www.blogger.com/profile/10729740101109115803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-2160010109564280242011-09-21T01:07:26.402-07:002011-09-21T01:07:26.402-07:00जब मैं फुर्सत में होता हूँ , पढ़ता हूँ और तहेदिल स...जब मैं फुर्सत में होता हूँ , पढ़ता हूँ और तहेदिल से इन भावनाओं का शुक्रगुज़ार होता हूँ ....Suman Sinhahttps://www.blogger.com/profile/05417887549882830927noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-62084910485183024132011-09-19T22:04:56.932-07:002011-09-19T22:04:56.932-07:00MUNNA...MUNNA...MUNNA...EK AESA CHARITR JO EK BAAR...MUNNA...MUNNA...MUNNA...EK AESA CHARITR JO EK BAAR PADH LENE KE BAAD DIMAG SE UTARTA HI NAHIN...ADBHUT POST...<br /><br /><br />NEERAJनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-15027259418412859352011-09-19T21:42:32.010-07:002011-09-19T21:42:32.010-07:00मुझे तो मुन्ना बड़ा प्यारा लग रहा है...बड़ा मासूम ...मुझे तो मुन्ना बड़ा प्यारा लग रहा है...बड़ा मासूम सा..पढते वक्त हमेशा एक मुस्कान बनी रही चेहरे पे :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-70051080386986526572011-09-19T10:27:12.287-07:002011-09-19T10:27:12.287-07:00बहुत ही अच्छी और बहुत ही सजीव लगी कहानी ये कहने की...बहुत ही अच्छी और बहुत ही सजीव लगी कहानी ये कहने की जरुरत ही नहीं पड़ी की ये रेलवे कालोनी है सब अपने आप की आँखों के सामने आ गया सिर्फ शुरूआती परिचय पढ़ कर ही अच्छा लगा तो निश्चित रूप से कहानी कही ज्यादा अच्छी होगी | कहानी कहने का तरीका कुछ अलग है जो कहानी के हिसाब से है वो और भी ज्यादा अच्छा लगा, मुन्ना की बाते सुन कर हंसी भी आ गई और लगा मुन्ना तो बगल में ही खड़ा है आगे की कडिया जल्द ही प्रकाशित कीजियेगा |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-24213600253094089872011-09-19T02:33:35.691-07:002011-09-19T02:33:35.691-07:00मिला हूँ, जिया है और देखा है सब कुछ!! देखते हैं मु...मिला हूँ, जिया है और देखा है सब कुछ!! देखते हैं मुन्ना का जीवन सफर और एक बार फिर से सब-कुछ जीना जो अब सिर्फ इतिहास है मेरे लिए भी!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-3164406579473604712011-09-19T01:07:32.745-07:002011-09-19T01:07:32.745-07:00jivant patra ... jivant kahani...jivant patra ... jivant kahani...रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-3574662521825826562011-09-18T19:27:56.993-07:002011-09-18T19:27:56.993-07:00रेलवे परिवेश में मुन्ना की कहानी जानी पहचानी लग रह...रेलवे परिवेश में मुन्ना की कहानी जानी पहचानी लग रही है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-23114149945368577302011-09-18T09:29:53.389-07:002011-09-18T09:29:53.389-07:00गुरुवर नमस्कार ,रेलवे कालोनी के मकान और टायलेट का ...गुरुवर नमस्कार ,रेलवे कालोनी के मकान और टायलेट का सही वर्णन , हमें भी याद आ गयी| मुन्ना आज भी किसी ना किसी कालोनी में मिल जायेगा | आभारSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.com