tag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post5348043384665537165..comments2023-11-18T06:23:22.197-08:00Comments on गुल्लक: परीक्षा परिणाम और हमराजेश उत्साहीhttp://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-90244589191930292292012-05-27T18:39:00.278-07:002012-05-27T18:39:00.278-07:00मैं तो एकदम सहमत हूँ इस आलेख से..
राजेश जी, मुझे ख...मैं तो एकदम सहमत हूँ इस आलेख से..<br />राजेश जी, मुझे खुद गुज़रना पड़ा है असफलता के उस फेज से!! <br />आज वो दिन याद आ गए,...बहुत बुरे दिन थे वो!!abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-33485020942006266522012-05-21T09:49:01.609-07:002012-05-21T09:49:01.609-07:00विषय के विभिन्न पहलुओं पर इस आलेख में विस्तृत चर्च...विषय के विभिन्न पहलुओं पर इस आलेख में विस्तृत चर्चा की गई है। उसको आप जैसे कुशल संपादक का सानिध्य है। वह निखरेगा। पल्लव को शुभकामनाएं।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-46800220987569389142012-05-19T06:20:52.634-07:002012-05-19T06:20:52.634-07:00पल्लव तिवारी जी का कहना एकदम सही है ... जहाँ एक त...पल्लव तिवारी जी का कहना एकदम सही है ... जहाँ एक तरफ कुछ लोग ख़ुशी मनाये वहीँ दूसरी ओर निराशा का माहौल निर्मित हो जाय कदापि उचित नहीं .लेकिन आज जिस तरह तो शिक्षा को व्यवसाय के रूप दे लिया जा रहा है वह बहुत चिंताजनक है <br />सार्थक और सामयिक चिंतन से भरी प्रस्तुति के लिए आपका आभार ।कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-530898421919618892012-05-18T04:10:13.189-07:002012-05-18T04:10:13.189-07:00सार्थक व समयानुकूल आलेखसार्थक व समयानुकूल आलेखvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-8951681688756753212012-05-17T23:58:50.199-07:002012-05-17T23:58:50.199-07:00बिल्कुल सही कहा है इस आलेख में .. सार्थक प्रस्तु...बिल्कुल सही कहा है इस आलेख में .. सार्थक प्रस्तुति के लिए आपका आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-17711309634488546882012-05-17T22:55:42.070-07:002012-05-17T22:55:42.070-07:00बहुत अच्छा लिखा है पल्लव जी ने.............
सामाय...बहुत अच्छा लिखा है पल्लव जी ने.............<br /><br />सामायिक और सटीक....<br /><br />सादर.ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3145287657845619625.post-52098355189242155392012-05-17T19:27:23.746-07:002012-05-17T19:27:23.746-07:00संतुलन एक दीर्घकालिक उद्देश्य है और हमारा त्वरित प...संतुलन एक दीर्घकालिक उद्देश्य है और हमारा त्वरित प्रयास भी। इससे विमुख होते ही अनावश्यक चीजें प्रमुख हो जाती हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com